प्रयागराज मे विश्व योग दिवस पे शहर के लोगो ने पूरे हौसले के साथ योग दिवस बनाया। बता दे की प्रयागराज मे अन्तर्राष्ट्रिय योग दिवस पर इस बार कोरोना का असर साफ दिखाई दिया । इस बार छटवें विश्व योग दिवस पर पिछले सालो की तरह ना तो किसी पार्कों मे लोग एकत्र हुए और ना ही किसी संस्थान द्वारा कही कोई कार्यक्रम आयोजन कराया गया। लेकिन प्रयागराज शहरवासी योगा करने से पीछे नही हटे। शहर के लोगो ने सोसल डिस्टेंसींग का पालन करते हुए अपने अपने घरों मे ही योगा किया।
प्रयागराज शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भी अपने घर पे रहते हुए योगा किया। एवं लोगो को बताया की योगा हमे प्रतिदिन करना चाहिये। योगा से स्वास्थ्य सही रहता हैं एवं डिप्रेशन के शिकार नही होते। इसलिए हमे योगा को अपने रोज़ के नियम मे लाना होगा। प्रयागराज शहर के व्यापारी शुभम शर्मा का कहना है की योगा करने से हमारा शरीर चुस्त दुरुस्त रहता हैं एवं दिन की शुरुवात अच्छी होती है। यूनियन बैंक कर्मचारी अशोक कुमार कनौजिया जी का कहना है की योगा से लोगो की आयु लम्बी होती है एवं लोगो के अन्दर सकारत्मक व्यव्हार पैदा होता है।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि:योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।"
जिसके बाद 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है।
*रिपोर्ट मोहम्मद साबिर*