शहीद पत्रकारों के परिवार को आर्थिक मदद ,पत्रकार सुरक्षा कानून, हत्यारों को फाँसी आदि माँगों के साथ शहीद पत्रकारों को एटा में दी श्रद्धांजलि
एटा
एटा शहर के जिला पंचायत परिसर स्थित हनुमान जी के मंदिर में आज गुरुवार की सायं एक बैठक की गयी जिसमें एक के बाद एक होती पत्रकारों की निर्मम हत्या व तरह तरह से होते पत्रकारों के उत्पीड़न और सरकार की अनदेखी से आहत पत्रकारों ने सर्व प्रथम जनहित की पत्रकारिता करने बाले पत्रकारों की निर्मम हत्या पर शोक और उत्पीडन पर आक्रोश व्यक्त किया गया |
दो मिनट के मौन धारण से शुरू हुई बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने कहा कि पत्रकार की हत्या लोक तन्त्र की हत्या हैं जिसकों सरकार गम्भीरता से लेकर देश में शीघ्र पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे, मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित कर अन्य स्तम्भों की भाति सुबिधा सुरक्षा और पत्रकारों के हत्यारों को फाँसी, उत्पीडनकराओं की गिरफ्तारी, मृत पत्रकार को शहीद का दर्जा दें | बैठक की अध्यक्षा वरिष्ठ पत्रकार मदनगोपाल शर्मा तथा संचालन बबलू चक्रबर्ती द्वारा किया गया |
अध्यक्ष मदनगोपाल शर्मा जी के निर्देश पर जिला पंचायत परिसर से केंडिल मार्च शुरू करके शहीद पार्क स्थित सरदार भगत सिहं की प्रतिमा के समक्ष केंडिल लगा कर इस शोक और आक्रोश कार्यक्रम का समापन किया गया | इस दौरान समस्त पत्रकारों ने आक्रोशित लहजे में कहा कि देश और प्रदेश में जब पत्रकार सुरक्षित नहीं तो आम जनमानस की सुरक्षा क्या होगी यह सोचनीय विषय हैं | कहा कि अभी उन्नाव में पत्रकार की सरे रहा गोलियों से भुन कर की गयी हत्या की शर्मनाक वारदात को भूल भी नहीं पाए कि उससे पहले ही गाजियावाद में पत्रकार की कानून के खौफ से बेखौफ बदमाशों ने गोलियों से भुन कर निर्मम हत्या कर दी वो भी तब जब प्रदेश के मुख्यमंत्री पत्रकारों की सुरक्षा और समान की हाल ही में घोषणा भी कर चुके हों |
बैठक में आक्रोशित पत्रकारों ने देश प्रदेश की सरकार और माननीय उच्चतम न्यायालय के अलाबा देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग की कि वो पत्रकारों के हित में शीघ्र सकारात्मक कदम उठाने के लिए हस्तक्षेप कर सरकार को निर्देशित करें ताकि देश के पत्रकार खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें | बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने बारी बारी से अपने विचार व्यक्त किये जिन पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार मदनगोपाल शर्मा ने मुहर लगाते हुये अपने अध्यक्षी उद्बोधन में कहा कि सरकार देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करें, मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित करें और अन्य स्तम्भों की भांति मीडिया को भी समान सुबिधा, सुरक्षा और अधिकार दे, पत्रकारों के हत्यारों को फाँसी और उत्पीडनकर्ताओं की गिरफ्तारी हो ताकि पत्रकारों के साथ भविष्य में कोई अप्रिय घटना न घटित हो |
इस मोके पर एटा से मदनगोपाल शर्मा, अखलेश वशिष्ठ, बबलू चक्रबर्ती, प्रमोद लोधी, आदित्य सक्सेना, मोहसिन मलिक, दिनेश चंद शर्मा, सुनील कुमार नीतेश यादव, राज वर्मा, अरविन्द यादव, फारुख अब्बास निधौली कलां से आकाश कुमार कासगंज से राहुल बर्मा, सुबोध महेश्वरी, राजकुमार वर्मा, संजय कुमार सहित करीब तीन दर्जन पत्रकार मोजूद रहे |
रिपोर्ट- टाइम टी वी न्यूज
एटा
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एटा शहर के जिला पंचायत परिसर स्थित हनुमान जी के मंदिर में आज गुरुवार की सायं एक बैठक की गयी जिसमें एक के बाद एक होती पत्रकारों की निर्मम हत्या व तरह तरह से होते पत्रकारों के उत्पीड़न और सरकार की अनदेखी से आहत पत्रकारों ने सर्व प्रथम जनहित की पत्रकारिता करने बाले पत्रकारों की निर्मम हत्या पर शोक और उत्पीडन पर आक्रोश व्यक्त किया गया |
दो मिनट के मौन धारण से शुरू हुई बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने कहा कि पत्रकार की हत्या लोक तन्त्र की हत्या हैं जिसकों सरकार गम्भीरता से लेकर देश में शीघ्र पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे, मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित कर अन्य स्तम्भों की भाति सुबिधा सुरक्षा और पत्रकारों के हत्यारों को फाँसी, उत्पीडनकराओं की गिरफ्तारी, मृत पत्रकार को शहीद का दर्जा दें | बैठक की अध्यक्षा वरिष्ठ पत्रकार मदनगोपाल शर्मा तथा संचालन बबलू चक्रबर्ती द्वारा किया गया |
अध्यक्ष मदनगोपाल शर्मा जी के निर्देश पर जिला पंचायत परिसर से केंडिल मार्च शुरू करके शहीद पार्क स्थित सरदार भगत सिहं की प्रतिमा के समक्ष केंडिल लगा कर इस शोक और आक्रोश कार्यक्रम का समापन किया गया | इस दौरान समस्त पत्रकारों ने आक्रोशित लहजे में कहा कि देश और प्रदेश में जब पत्रकार सुरक्षित नहीं तो आम जनमानस की सुरक्षा क्या होगी यह सोचनीय विषय हैं | कहा कि अभी उन्नाव में पत्रकार की सरे रहा गोलियों से भुन कर की गयी हत्या की शर्मनाक वारदात को भूल भी नहीं पाए कि उससे पहले ही गाजियावाद में पत्रकार की कानून के खौफ से बेखौफ बदमाशों ने गोलियों से भुन कर निर्मम हत्या कर दी वो भी तब जब प्रदेश के मुख्यमंत्री पत्रकारों की सुरक्षा और समान की हाल ही में घोषणा भी कर चुके हों |
बैठक में आक्रोशित पत्रकारों ने देश प्रदेश की सरकार और माननीय उच्चतम न्यायालय के अलाबा देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग की कि वो पत्रकारों के हित में शीघ्र सकारात्मक कदम उठाने के लिए हस्तक्षेप कर सरकार को निर्देशित करें ताकि देश के पत्रकार खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें | बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने बारी बारी से अपने विचार व्यक्त किये जिन पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार मदनगोपाल शर्मा ने मुहर लगाते हुये अपने अध्यक्षी उद्बोधन में कहा कि सरकार देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करें, मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित करें और अन्य स्तम्भों की भांति मीडिया को भी समान सुबिधा, सुरक्षा और अधिकार दे, पत्रकारों के हत्यारों को फाँसी और उत्पीडनकर्ताओं की गिरफ्तारी हो ताकि पत्रकारों के साथ भविष्य में कोई अप्रिय घटना न घटित हो |
रिपोर्ट- टाइम टी वी न्यूज
एटा