मामला उत्तर प्रदेश के जनपद एटा थाना पिलुआ के गांव सुन्ना का है। जहां बीते दिनों दो परिवारों के बीच में मामूली जमीनी बात को लेकर परिवार में विवाद हुआ था उसको गांव के लोगों और राकेश के पिता ने आपस में सुलझा दिया था। राकेश और उसके परिवार के लोग अपने अपने काम पर निकल गए।
सतेंद्र के परिवार से किसी ने सतेंद्र के पास कॉल करके पूरी बात बता दी मामला सुलझ जाने के बाबजूद भी गांव का ही सतेंद्र पुत्र बलवीर जो कि अपने-आपको S.O.G टीम में दरोगा के पद पर जनपद इटावा में तैनात है। सतेंद्र UP 80 BV 5552 नंबर की गाड़ी में 8-10 लोगों और डंडे, हथियार सहित गांव आया इधर उसके परिवार वाले भी शामिल हो गए। सीधा राकेश के घर गाली गलौज करते हुए धावा बोल दिया राकेश के घर कोई नहीं था अकेली राकेश की पत्नी विनीता थी विनीता के साथ बदतमीजी की इतना ही नहीं विनीता की पिटाई भी की और कपड़े भी फाड़ दिए गए हाथ पकड़कर खीचते हुए चूड़ियां तोड़ दी और पीड़ता को धमकी दी कि मैं दरोगा हूँ तू और तेरा परिवार मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता ऐसा कहते हुए लोगों में दहशत पैदा करके चला गया। पीड़िता ने 112 पर कॉल की सम्बन्धित थाना पिलुआ को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब पीड़ता और उसके परिवार की जानमाल को खतरा है इसलिए पीड़िता न्याय के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा की शरण में पहुंची पीड़िता का कहना है अगर न्याय ना मिला तो वो मर जाएगी ।
सबसे बड़ी बात है कि योगी सरकार में अब खुलेआम पुलिस ही गुड़ा गर्दी करेगी तो ऐसे में लोग न्याय के लिए किसकी शरण मे जाएंगे।अब देखना है कि ऐसे रंग बाज जो कि पुलिस के नाम पर खुलेआम मां बहिनों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर योगी आदित्यनाथ सरकार क्या कार्रवाई करते हैं।
रिपोर्ट-टाइम टी वी न्यूज
एटा