कंगना मामले में उद्धव ठाकरे और संजय राउत के खिलाफ बिहार में मुकदमा दर्ज - Time TV Network

Breaking news

Post Top Ad

Post Top Ad

कंगना मामले में उद्धव ठाकरे और संजय राउत के खिलाफ बिहार में मुकदमा दर्ज


         इससे पहले मुंबई के विक्रोली थाने में कंगना रनौत के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. यह केस सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ कंगना द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा को लेकर दर्ज की गई है.
कंगना रनौत मामले में एक मुकदमा बिहार में भी दर्ज हुआ है. सामाजिक कार्यकर्ता एम राजू नैयर ने मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज कराया है. सामाजिक कार्यकर्ता ने उद्धव ठाकरे और संजय राउत पर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को धमकी देने के आरोप में यह मामला दायर करवाया है. इससे पहले मुंबई के विक्रोली थाने में कंगना रनौत के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. यह केस सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ कंगना द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा को लेकर दर्ज की गई है.

दरअसल दफ्तर तोड़े जाने के बाद फिल्म अभिनेत्री ने सीएम उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए एक वीडियो ट्वीट किया था. इसमें कंगना कह रही हैं, ''तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज, मेरे बाद सौ, फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाजें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो.''

इससे पहले भी कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में संजय राउत पर निशाना साधते हुए कहा था कि संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और कहा है कि मैं मुंबई वापस ना आऊं. पहले मुंबई की सड़कों में आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है. ये मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है?
इस बयान को लेकर शिवसेना आईटी सेल ने ठाणे के श्रीनगर पुलिस स्टेशन में कंगना पर मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने पर राजद्रोह का केस दर्ज करने की शिकायत दी. जिसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि किस आधार पर महाराष्ट्र सरकार चाहती है कि कंगना के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में केस दर्ज किया जाए?

सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, 'किस आधार पर महाराष्ट्र सरकार चाहती है कि कंगना के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हो? किस अधिनियम की किन धाराओं को लागू किया गया है. मेरी जानकारी के अनुसार एकमात्र धारा IPC की धारा 124A है जो कंगना के लिए पूरी तरह से अनुचित है, जो उन्होंने किया है या बोला है.'

मुंबई को लेकर दिए गए बयान की वजह से कंगना और महाराष्ट्र सरकार में तल्खियां और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है. महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि वह कंगना रनौत के ड्रग कनेक्शन की जांच करेगी. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसकी जांच की बात कही है.

अनिल देशमुख का कहना था कि विधायक सुनील प्रभु और प्रताप सरनाइक के अनुरोध पर मैंने विधानसभा में जवाब दिया और कहा कि कंगना के संबंध सुमन के साथ थे, जिन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि वह ड्रग्स लेती हैं और उन्हें मजबूर भी करती हैं. मुंबई पुलिस इस मामले पर गौर करेगी.

Post Top Ad