संकिसा ।
बौद्ध तीर्थ स्थली संकिसा में शनिवार की सुबह बड़े ही धूमधाम के साथ बौद्ध अनुयायियों ने धम्म यात्रा निकाली । यात्रा में आस्था का जनसैलाब उमड़ा। एटा, मैनपुरी, कासगंज, फिरोजाबाद, आगरा, अलीगढ़, कन्नौज, शाहजहांपुर समेत कई जिलों से बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयाई यात्रा में शामिल हुए, हालांकि प्रशासन ने यात्री की अनुमति नहीं दी थी। संकिसा के धम्मा लोको बुद्ध विहार से सुबह पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई यात्रा मुख्य मार्ग से यात्रा स्तूप के लिए चली जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयाई शामिल हुए। बौद्ध धर्म की क्या पहचान, मानव-मानव एक समान। घर-घर दीप जलाया है, बौद्ध धर्म अपनाया है के जोरदार जयकारों ने आम लोगों का ध्यान भी खींचा । मुख्य मार्ग से यात्रा गुजरती हुई बौद्ध स्तूप पर पहुंची यहां बौद्ध अनुयायियों ने स्तूप की परिक्रमा कर पूजा अर्चना की । डॉक्टर धम्मपाल थैरो ने पूजा-अर्चना कराई ।इस दौरान यात्रा के प्रमुख कर्मवीर कार्य भी यात्रा के साथ में रहे ।
*बौद्ध अनुयायियों और सनातन धर्मियो में जबरदस्त नारेबाजी*
संकिसा में जब बौद्ध अनुयाई स्तूप की परिक्रमा कर रहे थे, उसी बीच मां विसारी देवी सेवा समिति से जुड़े सनातन धर्मी भी स्तूप की दूसरी और बाउंड्री वाल के निकट पहुंच गए। बौद्ध अनुयाई और सनातन धर्मियों के बीच जबरदस्त नारेबाजी हुई जिससे कुछ देर के लिए माहौल गरम हो गया। सनातन धर्मियों ने मां विसारी देवी के जयकारे लगाए तो बौद्ध अनुयायियों ने भगवान बुद्ध के जयकारे लगाए, ऐसे में दोनों ओर से कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति बन गई। सनातन धर्मी बाउंड्रीवॉल के पास आ गए इस पर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए, पुलिसकर्मियों ने पहुंचकर सनातन धर्मियो को शांत किया और बाउंड्रीवॉल से पीछे हटाया। आगे की ओर बड़े बौद्ध अनुयायियों को भी हिदायत देकर रोक दिया गया कि वह अपनी पूजा परिक्रमा करें और उस ओर न जाएं। यात्रा के दौरान जब बौद्ध अनुयाई स्तूप परिसर के अंदर बड़ी संख्या में प्रवेश कर रहे थे, उन्हें भी पुलिस ने रोकने का प्रयास किया पर पुलिस भीड़ के चलते रोक नहीं पाई। यहां पर अनुयायियों से पुलिस की नोकझोंक भी हुई ।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट