फर्रुखाबाद। आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। जिसमें लाभार्थी को 5 लाख रूपयों का निशुल्क इलाज कराए जाने की व्यवस्था दी गई है।
जिसके लिए लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड बनवाया जाना अनिवार्य है। जिसको लेकर शासन और प्रशासन ने शत.प्रतिशत लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनवाए जाने को लेकर कमर कस ली है।
यह बातें आयुष्मान भारत योजना के नोडल डॉ0 दीपक कटारिया ने कमालगंज सीएचसी पर दिशा निर्देश देते हुए कही। डॉ0 दीपक कटारिया ने बताया कि 15 से 31 दिसंबर तक गोल्डन कार्ड विहीन परिवार जिनके एक भी सदस्य का गोल्डन अभी तक नहीं बन पाया है। ऐसे लोगों का कार्ड बनाए जाने का अभियान चलाया जाएगा।
जब तक सरकार की किसी भी योजना में जन भागीदारी न मिले वो सफल नहीं हो सकती है। आम जनमानस से अपील है कि जिसके पास इस योजना के सम्बन्ध में पत्र प्राप्त हुआ है वह इन दिवसों में अपने गोल्डन कार्ड जरुर बनवा ले। इसके लिए क्षेत्र की आशा को लाभार्थी परिवार और उनके सदस्यों को सहज जन सेवा केंद्र तक ले जाकर उनका गोल्डन कार्ड बनवाना है।
जिस गांव में ज्यादा परिवार रहेंगे वहां पर एक विशेष कैंप लगाकर गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा। ताकि आने वाले समय में शत प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाया जा सके। गोल्डन कार्ड बनवाने हेतु आशा को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। जिसमें गोल्डन कार्ड विहीन परिवार में कम से कम 1 गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 5 रूपये प्रति परिवार की प्रोत्साहन राशि दे होगी।
गोल्डन कार्ड विहीन परिवार में एक से अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 10 रूपये प्रति परिवार की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को सहज जन सेवा केंद्र को 30 रूपये प्रति गोल्डन कार्ड अदा करने पड़ेंगे। जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डा0 अमित मिश्रा ने बताया कि जनपद में 1,28,003 परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य है। लगभग 96 हजार लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं।
जनपद में अब तक लगभग 4400 लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया है। जिसके तहत लगभग 4 करोड़ रूपए का भुगतान सरकार द्वारा किया जा चूका है। नवम्बर माह में लगे शिविरों में लगभग 5 हजार लोगों के गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके है। वह सभी लोग जिनके पास प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री द्वारा भेजा गया पत्र प्राप्त हुआ है, वह गोल्डनकार्ड बनवा ले। क्योंकि जिनके पास गोल्डन कार्ड होगा और वह कोरोना पाजीटिव होते है तो इनका इलाज इसी कार्ड के द्वारा किया जायेगा।
कैसे जानें आपका नाम है या नहीं
निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 180018004444 पर काल करके।
अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से भी जानकारी ले सकते हैं। जनसेवा केंद्र में जाकर पता कर सकते हैं। अस्पतालों में तैनात आयुष मित्रों के द्वारा भी जानकारी ले सकते है।
ब्यूरो रिपोर्ट टाइम टीवी न्यूज