श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (PDP) चीफ महबूबा मुफ्ती ने फिर विवादित बयान दिया है। मुफ्ती ने मंगलवार को कहा, 'हमने कहा है कि हमें सीपेक (CPEC) का हिस्सा होना चाहिए, क्यों नहीं? जम्मू-कश्मीर 1947 से पहले व्यापार क्षेत्र का हिस्सा था,
हमारे सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।' महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच शांति का पुल बनाना ही पीडीपी का एजेंडा है। महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि गुपकर गठबंधन 'देश के संविधान के दायरे में रहकर' जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए सघर्ष कर रहा है।
श्रीनगर में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान महबूबा ने कहा, 'सरकार कृषि कानून लाई और किसान इसके विरोध में कड़ाके की ठंड में भी सड़कों पर उतरे हुए हैं। अगर कानून किसानों को स्वीकार नहीं हैं तो क्या ये उनके फायदे के लिए हो सकते हैं? अगर आप ऐसे कानून लाते हैं जोकि लेागों को ही स्वीकार नहीं हैं तो आप देश के संविधान का अपमान कर रहे हैं।'
उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करके सरकार ने संविधान का अपमान किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा, 'नेशनल कॉन्फ्रेंस स्वायत्तता की बात करती है और यह संविधन के दायरे में है. हम (पीडीपी) स्वशासन, खुली सीमाओं और मेल-जोल की बात करते हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट टाइम टीवी न्यूज़