अमांपुर। फरवरी में मकर संक्रांति से मौसम का मिजाज बदलने की वजह से मायूष किसानों को एक बार फिर अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। शनिवार को कोहरे की धुंध ने किसानों के चेहरे की रौनक लौटा दी है। इसे लेकर किसान उत्साहित नजर आ रहे हैं।
मौसम में ठंडक बढ़ाने से फसल के लिए माकूल मौसम है। किसान रविश गौतम, जयप्रकाश पांडेय, मुलायम सिंह यादव व महेन्द्र सिंह का कहना है कि अगर एक दो सप्ताह तक ऐसे ही कोहरा पड़ा तो निश्चित तौर पर फसल अच्छी होगी। कोहरे की चादर ओढ़ कर आईं सुबह ने आवागमन को बाधित किया। वहीं सर्द हवाओं ने कंपकपी छुडाई। राहत पाने के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ो का सहारा लेते दिखे। फरवरी के अंतिम सप्ताह के साथ आखिर कार कोहरे ने अपनी दस्तक दे ही दी। शनिवार सुबह जब लोगों की नींद खुली तो आसमान में कोहरा छाया हुआ था। स्थिति यह रही कि चालकों को लाइटें जलाकर चलना पड़ा। हालाकि शनिवार सुबह 11 बजे के बाद कोहरे की चादर छंटने लगी। कोहरे के साथ-साथ लोगों को ठंड का भी अहसास हुआ ही। तेज कोहरे के बाद दिन साफ रहा और धूप भी खिली। कोहराम देख खिले किसानों के चेहरे पहले कोहरे ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी। किसान रविश गौतम और जयप्रकाश का कहना है कि कोहरा गेहूँ, तंबाकू, सरसों की फसल के लिए फायदेमंद है। कोहरा जितना ज्यादा घना होगा। पैदावार उतनी अच्छी होगी। लेकिन आलू और मसूर की उत्पादन क्षमता प्रभावित हो सकतीं हैं।
*ब्यूरो रिपोर्ट सुबोध माहेश्वरी*