फर्रुखाबाद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भ्रष्टाचार की आंच कन्नौज के बाद फर्रुखाबाद जनपद में भी पहुंच गयी। अदेय प्रमाण पत्र जारी करने को लेकर धन उगाही शिकायत छिबरामऊ, तालग्राम और तिर्वा से आयी थीं, वीडियो भी वायरल हुए थे। अब फर्रुखाबाद जनपद में आंच खाकी पर आयी है। यहां चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन के साथ 50 रुपये लिए जाने के आरोप लगे हैं।
और साथ ही कहा जा रहा है कि यह तो कप्तान का आदेश है। पुलिस कप्तान ने आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा मैंने इस तरह का कोई आदेश नहीं दिया है। वहीं जिला पंचायती राज विभाग ने नहले पे दहला ठोंकते हुए कहा चुनाव के लिए न तो नो ड्यूज की आवश्यकता है और न ही चरित्र प्रमाण पत्र की। अब आप ही बताइए…जब किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है तो कोरोना काल में क्यों लोग नो ड्यूज और चरित्र प्रमाण पत्र के लिए भीड़ भड़क्का लगा रहे हैं।चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पुलिस द्वारा 50 रुपये लिए जाने की शिकायतें आम हुईं। जिस पर कप्तान को बयान देना पड़ा कि आवेदन के साथ 50 रुपये लिये जाने का कोई आदेश नहीं दिया गया। इस संबंध में है क्षेत्राधिकारी अमृतपुर अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि जो शुल्क लिया जा रहा है, वह सरकारी शुल्क है। इससे अतिरिक्त किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है और किसी भी पुलिसकर्मी ने चरित्र प्रमाण पत्र के नाम पर एक भी पैसा किसी से लिया और शिकायत मिली तो जांच कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, बढ़ते कोरोना को केस देखते हुए पंचायती राज विभाग ने कहा है कि जिला पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों पर चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों को जिला पंचायत से किसी प्रकार का कोई नोड्यूज लेने की आवश्यकता नहीं है। इतना ही नहीं पुलिस विभाग से चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। जिला पंचायत चुनाव के लिए अधिकृत किए गए आरओ ने बताया कि प्रत्याशी को केवल शपथ पत्र देना होगा और वही मान्य होगा। पुलिस विभाग से किसी भी चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। अब बेचारे जो घण्टों लाइन में लगे और दाम भी खर्च किए उनकी मेहनत तो मिट्टी में मिल गयी।
ब्यूरो रिपोर्ट:- अखिलेश कुमार