( मीडिया हाउस ).......
जनपद कासगंज के अमांपुर क़स्बा में सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ की तरह हरियाली तीज त्योहार भी बेहद अहम होता है। सही मायने में यह त्योहार करवाचौथ से कहीं ज्यादा कठिन तपस्या वाला पर्व होता है। बुधवार को यह त्योहार दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ यूपी, हरियाणा समेत पूरे भारत में मनाया गया। हिंदू मान्यता के अनुसार, तीज त्योहार के दिन सुहागिन महिलाएं सुबह घर का कामकाज खत्म करने के बाद स्नान कर 16 श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं, इसीलिए इसे करवा चौथ से भी कठिन त्योहार कहा जाता है, क्योंकि सुहागिनें उपवास के दौरान पानी तक नहीं पीती हैं। त्योहार मनाने की कड़ी में सुहागिनें मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। सामान्य भाषा में कहें तो सुहागिन (विवाहित) महिलाएं दिनभर अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। इस खास त्योहार पर हरे वस्त्र पहनना, हरी चुनरी के साथ हरा श्रृंगार करना और मेहंदी लगाना और झूला झूलने का भी चलन है। ज्यादातर जगहों पर सार्वजनिक रूप से सुहागिन महिलाएं झूला झूलती हैं। और हां अविवाहित लड़कियां शिव-पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए और तीज माता को खुश करने के लिए इस दिन साज-श्रृंगार कर पूजन करती हैं वहीं गांव में अब पुराने रीत रिवाज़ से आज भी हरियाली तीज मनाई जाती है कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र मे भी पुरानी परंपरा के साथ आज सुहागिनों ने हरियाली तीज व्रत किया और झूला झूलते हुए सावन के गीत गाए तीज महोत्सव में सुनीता गुप्ता, गीता गुप्ता, प्रीति गुप्ता, पूजा, रीना, मीना, रेखा, रीतु, ममता गुप्ता, काजल राघव, सोनी आदि महिलाएं मौजूद रहीं।
रिपोर्ट संजय सिंह कासगंज.......