पुलिस पर फिर उठा एक ओर सवाल ,मां ने कहा कहाँ गया मेरा लाल पुलिस कस्टडी में युवक ने लगाई फांसी, उपचार के दौरान हुई मौत , परिजनों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप,कासगंज कोतवाली का है पूरा मामला*
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की संदिग्ध अवस्था मे मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक लड़की के लापता होने के संबंध में पुलिस ने युवक को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया था. इस मामले में एसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
मृतक युवक की शिनाख्त सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला सय्यैद अहरोली निवासी अल्ताफ के रूप में हुई है.
मृतक के पिता ने मंगलवार रात को कहा, "मैंने खुद अपने हाथों से बच्चे को पकड़ कर पुलिस को दिया था. जब मैं दोबारा चौकी पर गया तो, पुलिस वालों ने मुझे फटकार भगा दिया. मैंने पुलिस वालों के हवाले किया था अपना बच्चा, तो मुझे यही शक है कि पुलिस वालों ने ही फांसी लगाई है."
एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया,
"कोतवाली कासगंज में 363/366 IPC के प्रकरण के संबंध में एक व्यक्ति अल्ताफ को थाने में बुलाया गया था. अल्ताफ ने पूछताछ के दौरान वहां बैठे पुलिसकर्मी से वॉशरूम जाने का अनुरोध किया. इसके बाद हवालात में बने वॉशरूम में उसे भेजा गया. अल्ताफ ने काले रंग का एक जैकेट पहना था, उसमें हुड में लगे एक नाड़े को उसने वॉशरूम के नल से फंसा कर गला घोंटने की कोशिश की थी. जब वह बहुत समय बाहर नहीं आया, तो पुलिसकर्मी अंदर गए. इसके बाद बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार चलने के बाद उसकी मौत हो गई."
बता दें कि जांच के दौरान प्रथम दृष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह इंदौलिया, उप-निरीक्षक चंद्रेश गौतम, उप-निरीक्षक विकास कुमार, हेड मुहर्रिर घनेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल सौरव सोलंकी को निलंबित कर दिया गया है.
टाइम टीवी की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया
कासगंज से आर के वर्मा की रिपोर्ट