सीएचसी सोरों पर ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला आयोजित
- पांच साल सात बार छूटे न टीका एक भी बार
क्षय रोग, काली खांसी, गलघोंटू, पोलियो, निमोनिया, खसरा, रतौंधी जैसी बीमारियों से टीका करते हैं बचाव
में दो मई से शुरू होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोरों पर ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया | कार्यशाला में क्षय रोग, हेपेटाइटिस, पोलियो, निमोनिया, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, रतौंधी जैसी बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष के तहत जिले में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती का टीकाकरण किया जाएगा | उन्होंने सभी से अपील की है कि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए जन्म से नौ माह तक नियमित टीकाकरण ज़रूर कराएं | जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा - टीका ज़रूर लगवाएं, पांच साल सात बार छूटे न टीका एक भी बार |
प्रशिक्षण में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश ने अपने ब्लॉक के नियमित टीकाकरण व मिशन इंद्रधनुष के लक्ष्य को प्राप्त करने व सफल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने नियमित टीकाकरण के तहत दी जाने वाली वैक्सीन और टीकाकरण के समय देने वाले चार सन्देशों के बारे में अवगत कराया |
विजय कुमार गर्ग प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर नियमित टीकाकरण, चाई संस्था ने ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा अधिकारी, सीएचओ व स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों का टीकाकरण पर संवेदीकरण किया। इसमें उनको सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 कार्यक्रम की कार्य योजना के बारे में जानकारी दी। दो से सात मई तक चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत कार्य, रिपोर्टिंग व सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
विजय गर्ग ने बताया कि जन्म के तुरंत बाद या 24 घंटे के अंदर बीसीजी ओपीवी हेपेटाइटिस टीका दिए जाते हैं और यदि किसी कारणवश टीका नहीं लग पाता है तो ओपीवी की पहली खुराक एक माह तक दी जा सकती हैं | बीसीजी का टीका एक साल के अंदर लगवा सकते हैं | ओपीवी पेंटा रोटावायरस पीसीवी, आईपीवी, डेढ़ माह, ढ़ाई माह, साढ़े तीन माह में लगते हैं | एमआर व विटामिन ए की खुराक जन्म के नौ माह पर दी जाती है। उन्होंने बताया कि बीसीजी का टीका क्षय रोग, हेपेटाइटिस, पोलियो, निमोनिया, काली खाँसी गलघोंटू, खसरा, रतौंधी की बीमारी से बचाता है |
कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश, यूएनडीपी हसरत अली, सीएचओ मौजूद रहे |