- महाराजा तेज सिंह जिला पुरुष चिकित्सालय में सीएमओ ने किया क्लब फुट क्लीनिक का शुभारंभ
मैनपुरी,04 अगस्त 2022।
जन्मजात क्लब फुट (पैरों के टेढ़े मेढ़े पंजे) की समस्या से ग्रसित बच्चों का निःशुल्क इलाज अब महाराजा तेज सिंह जिला पुरुष चिकित्सालय में हो सकेगा । राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के अंतर्गत मिरेकल फीट एलिमिनेटिंग क्लब फुट (एमएफईसी) संस्था के सहयोग से महाराजा तेज सिंह जिला पुरुष चिकित्सालय में क्लब फुट क्लीनिक की शुरुआत की गई है।गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारीडॉ पी. पी. सिंह ने फीता काटकर क्लब फुट क्लीनिक का शुभारंभ किया।
सीएमओ डॉ पी. पी. सिंह नेबताया कि क्लब फुट एक जन्मजात विकृति है, जिसमें बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं ऐसे बच्चों को जल्दी ही पहचान कर जल्द से जल्द उनका इलाज किया जाना चाहिए।सीएमओ ने बताया कि लाभार्थी प्रत्येक गुरुवार कोमहाराजा तेज सिंह जिला पुरुष चिकित्सालय पर पहुंचकर क्लब फुट क्लीनिक पर अपना रजिस्ट्रेशन कराकर निःशुल्क क्लब फुट का इलाज प्राप्त कर सकते हैं।
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. ललित कृष्ण ने बताया कि क्लब फुट का कारण मांसपेशियों में खून की कमी, कोई संक्रमण, पोलियो अथवा रीढ़ की जन्मजात बीमारी आदि हो सकता है।क्लब फुट का इलाज जन्म के साथ ही शुरु कर दिया जाना चाहिए। क्लब फुट से प्रभावित बच्चों का पोंसेटी की विधि द्वारा तीन चरणों में बहुत आसानी से इलाज किया जाता है। पहले चरण में कास्टिंग, दूसरे चरण में टेनोटोमी की जाती है। जिससे पैर सामान्य आकृति में आ जाते हैं व तीसरे चरण में ब्रेंसिंग की जाती है। जो कि 3 से 5 सालों तक चलता है। इसके बाद पैर पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।
मिरेकल फीट एलिमिनेटिंग क्लब फुट की जिला प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव स्मृति ने बताया कि मिरेकल फीट फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट एक गैर सरकारी संगठन है जो क्लब फुट की समस्या के उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ साझेदारी में काम करता है।उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में क्लब फुट क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा फुट ब्रेसेस पूरे उपचार चक्र के दौरान पैर के लिए बिलकुल निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं।जरूरी सामग्री व जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ मुफ्त परामर्श सहायता भी प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम के दौरान सीएमएस डॉ. मदन लाल, एसीएमओ(आरबीएसके नोडल) डॉ. संजीव राय बहादुर, डीईआईसी मैनेजर कमल दीप, ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. ललित कृष्ण, आरबीएसके और मिरेकल फीट फाउंडेशन से आशीष मिश्रा मोजूद रहे।