अमेरिका से एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है जिसे सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे।इस घटना जिसने झकझोर कर दिया है. दुनिया का कोई भी कोना है लेकिन मां का दर्जा एक है. ये वो रिश्ता है जो किसी कहानी, कविता, शायरियों से एकदम अलग है. अपने बच्चों को पालने के लिए मां क्या-क्या करती है, न जाने कितने दुख सहते हुए वो बच्चों पर आंच नहीं आने देती.
लेकिन अमेरिका की एक मां ने अपने नवजात बच्चों को भूखा रखकर मार डाला. इसके बाद कहानी बनाई कि इनकी मौत नेचुरल है. कोई इतना क्रूर कैसे हो सकता है?
अमेरिका के मिसौरी में एक महिला को अपने जुड़वा बच्चों की हत्या का दोषी ठहराया गया है. महिला ने पहले बताया था कि उसके बच्चे मृत पैदा हुए थे. माया कास्टोन (28) को शुक्रवार को गैर-इरादतन हत्या और बच्चों की जान खतरे में डालने के दो मामलों में दोषी ठहराया गया था. सेंट लुइस पोस्ट-डिस्पैच की खबर के अनुसार, जूरी ने उसे हत्या का दोषी (दूसरी डिग्री की) ठहराने के बजाय कम अपराधों में दोषी पाया.
बच्चे नहीं चाहती थी महिला
अभियोजकों ने दलील दी कि कास्टोन की ओर से बच्चों की देखभाल में की गई कोताही से पता चलता है कि वह उनकी मौत का कारण बनी. बच्चों के जन्म से पहले उसने गर्भपात के तरीकों के लिए बारे में इंटरनेट पर काफी कुछ खोजा था, जिससे पता चलता है कि वह बच्चे नहीं चाहती थी. कास्टोन ने जूरी को बताया कि उसने बच्चों के जन्म के तीन दिन बाद उन्हें गोद देने की योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले ही बच्चों की मौत हो गई क्योंकि वे कुछ खा नहीं रहे थे.
मैं सदमें थी… दोषी महिला का झूठनामा
सहायक अभियोजन अटार्नी थॉमस डिटमेयर ने कहा, हमें दो मृत बच्चे मिले हैं. वह उन्हें नहीं चाहती थी. उसे उनकी कोई फिक्र नहीं थी. उसने उनके नाम भी नहीं रखे थे. कास्टोन के वकीलों ने कहा कि वह कुछ सोच-समझ नहीं पा रही थी और उसे शिशुओं की जान को क्या खतरा हो सकता है इसका अंदाजा नहीं था. कास्टोन ने जूरी ने कहा, मैं सदमे में थी. मुझे नहीं पता था कि क्या करना चाहिए.