Muradabad: UP के CM आदित्यनाथ योगी के अलर्ट कानून और पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गये, उस वक्त सवाल खड़े हुए जब MURADABAD में एक नाबालिग छात्रा ने SUSIDE कर ली और SUSIDE के आखिरी पत्र में यूपी की खाकी को दागदार बताते हुए कटघरे में खड़ा कर दिया।
पता करने पर जानकारी मिली कि आत्महत्या करने वाली 17 साल की लड़की ने कथित सुसाइड नोट में लिखा है कि पुलिस ने बार-बार शिकायत करने के बाद भी उन तीन "अमीर" युवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जो उसे बार-बार परेशान कर रहे थे और उन्हीं के कारण वो अपनी जान दे रही है।
मुरादाबाद की रहने वाले बारहवीं की छात्रा ने रविवार को कथित तौर पर जहर पीने से पहले दो पेज के सुसाइड में लिखा है, 'मैं सबके सामने गिड़गिड़ा चुकी हूं लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी क्योंकि मैं गरीब हूं। मुझे परेशान करने वाले पुलिस को रिश्वत देते हैं और सब कुछ दबा दिया जाता है। ये लोग मेरा मजाक उड़ाते हैं। उन्होंने मुझे मेरा सपना पूरा नहीं करने दिया। जब मैं जीवित थी तब उन्होंने मिलकर मुझे मार डाला क्योंकि वे अमीर लोग हैं।"
लड़की अपने सुसाइड नोट में आगे आरोपियों का नाम लेकर लिखती है, 'विवेक और उसके दोस्त हरज्ञान और इमरत मुझे चाकू दिखाते थे। मुझे धमकी देते थे कि वे मुझे और मेरे माता-पिता को मार देंगे। जब मैं जीवित थी, तब तक पुलिस ने उन्हें कोई दण्ड नहीं दिया। मुझे उम्मीद है कि जब मैं मर जाऊंगी तो उन्हें सजा मिलेगी। उन्होंने मेरी मजबूरी का फायदा उठाकर मुझे फंसा लिया। उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए ताकि गरीब लड़कियां भी जीवित रह सकें।"
पीड़िता ने इस चिट्ठी को लिखने के बाद रविवार को अपने आवास में जहर पी लिया था, जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने सोमवार को दम तोड़ दिया। मामले में पीड़िता के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि वे रविवार को दो बार संबंधित थाना क्षेत्र कुंदरकी पुलिस स्टेशन गए थे लेकिन पुलिस यह तक देखने के लिए अस्पताल नहीं गई कि लड़की बयान दे सकती है या नहीं।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी विवेक सिंह को सार्वजनिक शांति भंग करने के जमानती अपराध में गिरफ्तार किया और कुछ घंटों के भीतर उसे रिहा भी कर दिया। आत्महत्या करने वाली लड़की की एक सहेली ने कहा कि जब मैं भी स्कूल जा रही थी तो उन्होंने मुझे मारने की कोशिश की। इसलिए मैंने तो खौफ के मारे स्कूल ही जाना बंद कर दिया था।
मृत लड़की के पिता ने मंगलवार को बताया कि तीनों आरोपियों ने होली के दो दिन बाद स्कूल जाते समय उनकी लड़की के साथ मारपीट की थी। पेशे से किसान पीड़िता के पिता ने कहा, 'हमारे गांव के विवेक सिंह, हरज्ञान सिंह और इमरत सिंह मेरी बेटी के साथ स्कूल जाने और वापस आने पर रास्ते में उसके साथ दुर्व्यवहार करते थे। उन्होंने होली के दो दिन बाद उसके साथ मारपीट की क्योंकि उसने होली पर मेरी बेटी ने विवेक के यौन हमले का विरोध किया था।'
उन्होंने कहा, 'मुख्य आरोपी विवेक हमारे घर से कुछ ही दूर रहता है। वह हमारी छत पर आया करता था और चुपके से मेरी बेटी के नहाते हुए वीडियो बनाता था जब हम खेत में होते थे और बाद में वह वीडियो को गांव में प्रसारित कर देता था। 8 मार्च को होली के दिन उसने हमारे घर में प्रवेश किया और रिवाल्वर दिखाते हुए मेरी बेटी से छेड़छाड़ करने की कोशिश की। जब हम लौटे तो उसने हमें बताया। हम थाने गए लेकिन अधिकारियों ने मेरे और मेरी बेटी के साथ बदसलूकी की और हमें भगा दिया।"
घटना के संबंध में रादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि रविवार को पीड़िता द्वारा आत्महत्या के प्रयास की सूचना मिलते ही पुलिस ने फौरन केस दर्ज किया और सोमवार को उस सिलसिले में विवेक और हरज्ञान को गिरफ्तार भी किया। कर्तव्य लापरवाही के लिए हमने कुंदरकी के सब-इंस्पेक्टर सचिन मलिक को निलंबित भी किया है। तीसरा आरोपी इमरत फरार है, उसे भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।