कासगंज 24 अप्रैल 2023।
जनपद में गर्भवतियों को गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं देने के उद्देश्य से सोमवार को सयुंक्त जिलाचिकित्सालय समेत सोरों, सहावर, अशोकनगर, गंजडुण्डवारा, पटियाली प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफआरयू) पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया गया। उक्त दिवस पर कुल 422 गर्भवतियों की जांच की गई। जांच में 16 उच्च जोखिम वाली गर्भवती चिन्हित की गई।
मोहल्ला खिड़िया की रहने वाली 25 वर्षीय कुसुम ने बताया उनका बेटा आयुष डेढ़ वर्ष का है। और वह दोबारा से छह माह की गर्भवती है। आज उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर पर छह माह की प्रसव पूर्व दूसरी जांच करवाई। जाँच के बाद डॉक्टर ने बताया कि हीमोग्लोबिन सात पॉइंट है। इसके लिए डॉक्टर ने खान-पान में हरी सब्जी दूध मौसमी फल आदि लेने की सलाह दी है। इसके साथ ही कैल्शियम, आयरन की गोली भी लेने को कहा। परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने उन्हें बताया कि परिवार कल्याण के अंतर्गत बच्चों में तीन वर्ष के अंतर रखने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि दो वर्ष के अंदर गर्भवती होने की वजह से ही मुझे हीमोग्लोबिन की कमी है। इसलिए माँ और बच्चे को स्वस्थ रहने के लिए बच्चों में तीन साल का अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन अस्थायी साधनों को अपनाए।
नोडल अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि उक्त दिवस पर द्वितीय व तृतीय तिमाही वाली गर्भवती की एमबीबीएस चिकित्सक अथवा महिला रोग विशेषज्ञ की देखरेख में निशुल्क जांच की जाती है। साथ ही हीमोग्लोबिन, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, वजन, यूरिन, एचआईवी, सिफलिस आदि जांच तथा अल्ट्रासाउंड के साथ अन्य जांच निशुल्क की जाती हैं। इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) को आयरन सूक्रोज इंजेक्शन लगाया जाता है। व सभी गर्भवतियों को आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली वितरित की जाती हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मारुती ने कहा कि गर्भवस्था में गर्भवतियों को खान पान पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है | उन्होंने कहा गर्भवती हरी पत्तेदार सब्ज़ी, फल, दूध आदि का सेवन करें जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। उन्होंने कहा बीच- बीच में गर्भवती को किसी भी प्रकार की दिक्कत महसूस हो तो लापरवाही न करें, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क कर चिकित्सक से परामर्श लें।
इस दौरान स्टॉफ नर्स उमा, काउंसलर देवेंद्र सिंह,परिवार नियोजन काउंसलर व लाभार्थी मौजूद रहे।
जनपद में सुरक्षित प्रसव और माता-शिशु की सेहत सुरक्षा को लाभान्वित करने के उद्देश्य से चल रहे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का विस्तार किया गया है। जहां पहले इसके तहत हर माह की 9 तारीख को सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर तथा 24 तारीख को प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफआरयू) पर पीएमएसएमए दिवस मनाया जाता है। वही अब माह की 1 और 16 तारीख को भी स्वास्थ्य केंद्रों पर सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाया जाने लगा है, जिसकी घोषणा 12 अप्रैल 2023 में की गई।