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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गृह भ्रमण द्वारा खसरा के प्रति किया जागरूक.

 स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गृह भ्रमण द्वारा खसरा के प्रति किया जागरूक.

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसएमओ ने पटियाली के राजेपुरा कुर्रा गाँव का किया निरीक्षण.

टीम ने लक्षण युक्त पांच बच्चों का लिया ब्लड सैम्पल .

खसरा से बचने के लिए टीकाकरण ज़रूरी : डीआईओ.


कासगंज 1 मई 2023।

जिले में पटियाली ब्लॉक में शनिवार को दो बच्चों व रविवार को एक बच्चे की खसरा से मौत होने की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गाँव का निरीक्षण किया| जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन से सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर हार्दिक कंजारिया व स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को पटियाली ब्लॉक के राजेपुरा कुर्रा गाँव पहुंचे। 


डीआईओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी बच्चों को घर - घर जाकर देखा गया, जिसमें पांच बच्चों में खसरा के लक्षण पाए गए। डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि घर घर सर्वे में पता चला कि यह टीकाकरण से मना करने वाले परिवार के वह बच्चे हैं। तीन टीमों द्वारा घर घर सर्वे कर दवा वितरित की गई,और पांच बच्चों का ब्लड सैंपल लिया गया। रिपोर्ट के बाद ही खसरा की पुष्टि होगी। गाँव के सभी शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को विटामिन ए की दूसरी खुराक पिलाई गई। डॉ. अंजुश ने कहा कि लगभग एक हज़ार की आबादी वाला गाँव हैं, जिसमें डेढ़ सौ घर हैं। इन घरों में शून्य से पांच वर्ष के 83 बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि गाँव में ज़्यादातर बच्चों का टीकाकरण हुआ नहीं है, या फिर एक दो टीका लगने के बाद छूट गए हैं। जिन तीन बच्चों की मृत्यु हुई है उनका स्टेटस चैक करने पर पता चला कि एक भी बच्चे को कोई टीका नहीं लगा था।


डीआईओ ने कहा - खसरा एक संक्रमित बीमारी है, जिसको मीजल्स भी कहा जाता है। यह बीमारी संक्रमित बच्चे के सम्पर्क में आने से फैलती है। उन्होंने कहा कि बुखार के साथ साथ पूरे शरीर पर दाने दिखाई देना व दस्त लगना खसरा के लक्षण मुख्य लक्षण हैं| लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। डीआईओ ने बताया कि खसरा पांच 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। संक्रमित बच्चे या किसी भी व्यक्ति से फैल सकता है। यह एक जानलेवा बीमारी है, खसरा गंभीर हो जाने पर बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है।


उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की है कि खसरा से बचाव के लिए नौ माह पर एमआर प्रथम डोज़ व विटामिन ए तथा 16 माह पर एमआर बूस्टर डोज़, विटामिन ए का टीका जरुर लगवाएं। संक्रमण आने पर तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग व  नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र, आशा आंगनवाड़ी को सूचना उपलब्ध कराएं। और  चिकित्सक को दिखाकर  सलाह लें। उन्होंने कहा - जनसमुदाय की ज़िम्मेदारी है कि साफ सफाई का ख्याल रखें, जिससे कि संक्रामक बीमारियों से बचा जा सके।

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