कासगंज, 9 मई 2023|
पिछले माह प्रधानमंत्री सुरक्षित्र मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस पर जाँच के लिए आयी सोरों निवासी 30 वर्षीय रिंकी को शरीर में सात पॉइंट खून होने की वजह से उच्च जोख़िम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) में रखा| डॉक्टर के बताये अनुसार रिंकी ने खान-पान में हरी सब्जी दूध फल आदि लेने के लिए कहा साथ ही समय से आयरन व कैल्शियम की गोली ली। मंगलवार को आयोजित पीएमएसएमए दिवस पर दुबारा जाँच में इस बार ब्लड नौ पॉइंट हो गया है,। और वह पहले से ज्यादा स्वास्थ्य महसूस कर रहीं है। रिंकी ने बताया कि वह संतुष्ट है कि गर्भावस्था के पांचवे महीने में जाँच से उन्हें अपनी स्थिति का पता चल गया, अब वह इस पर ध्यान दे रही हैं|
नोडल अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के समय होने वाली जटिलताओं का पता लगाने के लिए गर्भावस्था के दौरान समय समय पर जाँच कराना बहुत जरुरी है| प्रसव पूर्व जाँच सुनिश्चित करने के लिए ही अब माह में चार बार 1, 9, 16, और 24 को पीएमएसएमए मनाया जा रहा है| जिसमें एमबीबीएस चिकित्सक एवं महिला रोग विशेषज्ञ की देखरेख में प्रसवपूर्व जांच की जाती है। इस दौरान कोरोना, हीमोग्लोबिन, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, वजन, यूरिन, एचआईवी, सिफलिस आदि जांच तथा अल्ट्रासाउंड के साथ अन्य जांच की जाती हैं। इसके अलावा सभी गर्भवतियों को आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोली वितरित की जाती हैं।
इसी के चलते मंगलवार को सयुंक्त जिलाचिकित्सालय समेत सभी शहरी व ग्रामीण सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर (पीएमएसएमए) दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 650 गर्भवतियों की निशुल्क जांच की गई। जांच में आठ नयी उच्च जोखिम वाली गर्भवती भी चिन्हित की गई। साथ ही 13 उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की फॉलोअप जाँच की गई।
महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मारुती ने बताया गर्भवती को गर्भवस्था के दौरान अपनी सेहत का ख्याल रखने की ज़रूरत है। इसलिए गर्भवती को हरी पत्तेदार सब्जी, दूध, घी, फल, दाल, खाने मे शामिल करें, साथ ही अच्छी मात्रा मे पानी पिएं। आयरन व कैल्शियम गोली का सेवन भी करें। गर्भवती खुद स्वस्थ रहेगी तभी बच्चा स्वस्थ रहेगा।