6 जुलाई तक चलाए जाने अभियान में पोषण संबधी जानकारी दी जाएगी
कासगंज 6 जून 2023।
जिले में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को बेहतर बनाने के उद्देश्य से बुधवार से 'एक कदम सुपोषण की ओर”अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम एवं एल्बेंडाजोल के सेवन के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही गंभीर रूप से कुपोषित (सैम) बच्चों तक फोलिक एसिड, आईएफए सीरप, एल्बेन्डाजोल विटामिन ए एवं मल्टीविटामिन की उपलब्धता और सेवन शत प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाएगा। वर्ष 2022 में एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर चलाया गया था। जिसमें प्रथम राउंड में लगभग इक्कीस हज़ार, एवं दूसरे राउंड में अठारह हज़ार गर्भवती व धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक कर उन्हें आयरन-कैल्शियम की गोलियां दी गईं थी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान व प्रसव पश्चात महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। इसके लिए मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत खान पान के प्रति सलाह के साथ सूक्ष्म पोषण तत्व फॉलिक एसिड, आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम, एल्बेंडाजोल की गोलियां गर्भवती व धात्री महिलाओं को दी जाती हैं। गर्भवती और धात्री महिलाओं को आयरन कैल्शियम व एल्बेंडाजोल गोली खाने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से एक कदम सुपोषण की ओर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर पर तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी ने बताया कि पहले आयरन -कैल्शियम की गोली 20 दिन की दी जाती थी, अब 60 दिन के लिए दवा दी जाएगी। इसके साथ ही बच्चों में अधिक दुबलापन मिलने पर सैम से ग्रसित बच्चों को भी अभियान से जोड़ा गया है, सैम बच्चों को अमोक्सलीन, फोलिक एसिड, आई एफ ए सीरप एल्बेंडाजोल विटामिन ए मल्टीविटामिन दी जाएगी। उन्होंने बताया अभियान में सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाएं एवं सैम बच्चों पर पूरा फोकस रहेगा।
डीपीएम पवन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर आयरन की दवा का सेवन करने के लिए गर्भवती को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए 7 जून से 6 जुलाई एक माह तक अभियान चलाया जाएगा। समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी/आईपीडी, ग्रामीण अर्बन स्वास्थ्य पोषण दिवस - जनपद एवं ब्लॉक स्तर उपकेंद्र व माइक्रो प्लान आधारित सत्रों, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, पीएमएसएमए दिवस हर माह चार बार व वीएचएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं सम्बंधित दवाइयों के वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण सेवाएं दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि 7 जुलाई से 13 जुलाई तक मॉप अप सप्ताह चलाया जाएगा। इस दौरान छूटी हुई गर्भवती, धात्री महिलाओं व सैम बच्चों को दवाएं दी जाएंगी।