अमृता को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर सीएमओ ने शुरू किया कृमि मुक्ति दिवस - Time TV Network

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अमृता को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर सीएमओ ने शुरू किया कृमि मुक्ति दिवस


-      जनपद में 10. 15   लाख बच्चों को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े निकालने की दवा

-      एक से 19 साल तक बच्चों और किशोर-किशोरियों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल की   गोली

-       17 अगस्त को चलेगा मॉप-अप राउंड



मैनपुरी, 10  अगस्त 2023। 

 

जनपद के शहरी क्षेत्र स्थित आरसी इंटर कॉलेज से बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर  सी गुप्ता  ने स्कूल की छात्रा अमृता को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर राष्ट्रीय इसका शुभारंभ किया।

 



मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान के तहत एक से 19 साल तक के 10. 15   लाख बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा (एल्बेंडाजोल) खिलाई जाएगी । अभियान के दौरान छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी जानी है, जबकि बड़े बच्चे गोली चबाकर खा सकेंगे। जिले में 17  अगस्त को मॉप-अप राउंड चलेगा। मॉप-अप राउंड के अंतर्गत टीम स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर छूटे बच्चों व किशोर-किशोरियों को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाएगी। उन्होंने आमजन से अपील करते हुये कहा कि स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर एल्बेंडाजोल की दवाएं अवश्य खिलाएं । राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर आरसी इंटर कॉलेज में  2500  छात्रों ने दवा खाई । 






कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर संजीव राव बहादुर ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक से पांच साल तक के बच्चों को दवा दी जाएगी। जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19  साल तक के बच्चों व किशोरों-किशोरियों को शिक्षकों की मदद से दवा खिलाएंगी। उन्होंने कहा कि यह दवा चबाकर खानी है। टीम दवा अपने सामने खिलाएगी। किसी भी बच्चे या परिजन को दवा बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हर साल दो बार पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाती है। पेट में कीडे़ होने के चलते बच्चे-किशोरों में खूनी की कमी हो जाती है। दरअसल कीड़े शरीर को मिलने वाला पूरा पोषण खा जाते हैं और बच्चे कुपोषण के साथ ही एनीमिक भी हो जाते हैं। बच्चों और किशोर-किशोरियों में कृमि के कारण मानसिक और शारीरिक विकास बाधित होता है।


आरसी इंटर कॉलेज के कक्षा सात की छात्रा धान्या बताती हैं कि उनकी शिक्षिका ने क्लास के सभी बच्चों को 10 अगस्त को स्कूल आकर एल्बेंडाजोल की टैबलेट खाने के बारे में बताया था। उन्होंने यह भी बताया कि यह दवा खाने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं और आप पूरी तरह स्वस्थ रहेंगे । आज मैंने पेट के कीड़े निकालने वाली दवा (एल्बेंडाजोल) खाई है और मुझे कोई भी परेशानी नहीं हुई है । 



यह हैं कृमिनाशक दवा खाने के फायदे यह हैं:

-    रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि

-    स्वास्थ्य और पोषण में सुधार

-    एनीमिया नियंत्रण

-    समुदाय में कृमि व्यापकता में कमी




इस मौके पर डॉ अनिल कुमार वर्मा एसीएमओ, डॉ राज विक्रम सिंह जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट , बेसिक शिक्षा कार्यालय से नोडल अधिकारी राकेश कुमार,  डीपीएम संजीव वर्मा, डीसीपीएम राजीव कुमार, प्रभारी जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह गौर, डीईआईसी मैनेजर कमलदीप नेशनल हेल्थ मिशन के डीसी धर्मेंद्र कुमार, एविडेंस एक्शन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक दिनेश चंद्र, यूनिसेफ के डीएमसी यूनिसेफ संजीव पांडे सहित आरसी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य  प्रभा कुमारी, शिक्षिका संतोषी, सुनीता मौर्य जंग बहादुर सिंह, छात्रा डेजी, आफरीन आदि मौजूद रह।

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