वैज्ञानिकों के अनुसार 8 अप्रैल को सूर्यग्रहण होगा यह सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास हो सकता है। . मिली एक रिपोर्ट के अनुसार, यह लगने वाला सूर्य ग्रहण पिछले 50 सालों में सबसे लंबा पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. इस दौरान चंद्रमा सूर्य की पूरी डिस्क को ढक लेगा और दिन में अंधेरा छा जाएगा।
ग्रहण से ठीक एक दिन पहले चंद्रमा अपने निकटतम बिंदु पर पृथ्वी के करीब आ जाएगा और दोनों के बीच की दूरी 3 लाख 60 हजार किलोमीटर होगी. ग्रहण के दिन पृथ्वी और चंद्रमा की सूर्य से औसत दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर होगी।इस वजह से पूर्ण सूर्य ग्रहण करीब 7.5 मिनट तक रहेगा. यह अपने आप में एक दुर्लभ घटना है. इससे पहले इतना लंबा सूर्य ग्रहण अफ़्रीकी महाद्वीप में 1973 में देखा गया था.। पूर्ण सूर्य ग्रहण दक्षिणी प्रशांत महासागर से शुरू होगा। यह उत्तरी अमेरिका और मैक्सिको से गुजरते हुए कनाडा पहुंचेगा। यह कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, फ्रेंच पोलिनेशिया और जमैका जैसे देशों में भी आंशिक रूप से दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि यहां रात होगी। साल 2024 में कुल दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन लगेगा। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें रिंग ऑफ फायर भी दिखाई देगा। वह सूर्य ग्रहण अर्जेंटीना और चिली जैसे दक्षिण अमेरिकी देशों में दिखाई देगा। यह दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर में भी आंशिक रूप से दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा क्योंकि यहां रात होगी.सूर्य ग्रहण वह स्थिति है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। इससे चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिंब कुछ देर के लिए ढक जाता है, इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। इसके अलावा 25 मार्च और 18 सितंबर को भी चंद्र ग्रहण दिखाई देने वाला है.