कासगंज।
कहते हैं कि मां की ममता बच्चे के लिए बहुत ही सराहनीय होती है लेकिन आज एक मां ने तो इसका उल्टा ही कर दिया , इतनी निर्दयी मां तो बहुत घटिया सोच वाली ही हो सकती है जिसने ममता शब्द को ही बिखेर दिया । मामला जनपद कासगंज के सहावर तहसील क्षेत्र के गांव जहांगीरपुर का है जहां शुक्रवार की सुबह गाय की नांद में गोपालक को नवजात शिशु मिला। निर्दयी मां उसे किसी समय उसे वहां छोड़ गई।
गोपालक ने अपने परिवार में और गांव के लोगों को इस बारे में जानकारी दी। कपड़े में लिपटा बच्चा सही-सलामत था। इस दौरान ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। गांव का ही एक व्यक्ति अपने नवजात को घर ले गया और उसे पालने की इच्छा व्यक्त की। मामले की जानकारी प्रशासन व पुलिस को हुई। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम भी मौके पर पहुंची। ग्रामीण हेल्पलाइन की टीम को बच्चा देने के लिए राजी नहीं थे। उन्होंने इसका विरोध किया। बाद में काफी समझाने के बाद हेल्पलाइन टीम ने बच्चे को रेस्क्यू किया। यह बच्चा जहांगीरपुर गांव में जोगी नाम के ग्रामीण के पशुबाड़े में गाय की नाद में मिला। बच्चा कपड़े में लिपटा हुआ था और पूरी तरह स्वस्थ था। तड़के कोई इस बच्चे को नाद में रख गया। लोगों का कहना है कि कितनी पत्थर दिल होगी निर्दयी मां जो अपने कलेजे के टुकड़े को यूं छोड़र चली गई। आखिर क्या मजबूरी थी उसे ऐसा करना पड़ा। सहावर एसडीएम कोमल पंवार को मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने पहले राजस्वकर्मी को गांव भेजा। साथ ही चाइल्ड हेल्पलाइन को बच्चा रेस्क्यू करने को कहा। जब टीम गांव में पहुंचे तो ग्रामीण विरोध करने लगे। करीब तीन घंटे तक विरोध का सिलसिला चलता रहा। सहावर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों को समझाया बुझाया। विरोध के बीच चाइल्ड हेल्पलाइन ने बच्चे को रेस्क्यू किया। बच्चे के रेस्क्यू होने के बाद गांव में चर्चा का विषय बना हुआ जो अभी तक थम नहीं रहा है।