देश भर के ज्वैलर्स साईबर ठगों के निशाने पर है,माल गंवाने के संग बैंक खाते भी सीज हो रहे है। ज्वैलरी खरीदने आये ग्राहक UPI पेमेंट कही दूर बैठे परिचित से कराते है,जो बाद मे साइबर फ्रॉड का केस दर्ज कर रहा है,इससे ज्वैलर्स की मुश्किले बढ गयी है।
ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता ने रिजर्व बैंक आँफ इन्डिया से उक्त के सम्बन्ध मे गाइडलाइंस जारी करने की अपील की है।बिगत महीने मे पूरे प्रदेशभर मे कई शिकायतें भी सामने आयी है।और शिकायतो मे दिन प्रतिदिन इजाफा ही हो रहा है,यह ठग ज्वैलर्स के पास ग्राहक बनकर आते है जेबर पसन्द करते है,मगर कई खरीदार यूपीआई पेमेंट दूर कहीं बैठे जानकार से कराते है,दुकानदार को मतलब नही कि आनलाइन पैसा कहां से आ रहाहै,फिर चार पांच दिन बाद पता चलता है कि आपका बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, क्योकि वो पेमेंट फ्राड तरीके से आया,अब सराफा व्यापारी पुलिस और बैक के चक्कर काट रहा है,उस सर्राफा व्यापारी से कहा जाता है कि जिस राज्य की पुलिस ने FIR की है,वहां जाओ,विवादित एमाउंट के बजाय पूरा खाता फ्रीज होने से पूरा व्यापार ठप हो रहा है । अतः प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता सर्राफ ने सर्राफा व्यापारियो से अपील करते हुये कहा कि ज्वैलर्स उन्ही ग्राहकों से यूपीआई पेमेंट ले जिनसे भलीभाँति परिचित हो और आवश्यकता पडने पर उस ग्राहक तक पहुँच सकते हों,साथ ही किसी तीसरे व्यक्ति से यूपीआई पेमेंट नही स्वीकार करें।उक्त ग्राहक को बोलें कि वह पैसा अपने खाते मे मंगाये और खुद के यूपीआई से भुगतान करे और उसके द्वारा भुगतान की गयी राशि का बिल देकर उसके आधार कार्ड की छाया प्रति उसके स्वयं के हस्ताक्षर कराकर अपने पास सुरक्षित रखें।