जनपद कासगंज
दिलशाद पुत्र मुक्त्वार गाँव नगला लाले थाना सोरों का निवासी है। समय सुबह लगभग 9:30 बजे गाँव के अनीस पुत्र इस्लाम, युसुफ व शाहिद पुत्रगण शहजाद, मुशायद पुत्र युसुफ, आरजू पत्नी अनीस, आसमा पुत्री युसुफ, अख्तरी पत्नी इस्लाम, चाँदनी पत्नी शाहिव आदि घर के बाहर आकर उसके परिजनों को गाली गलौज देने लगे। जब वाहर आकर उपरोक्त लोगों का
विरोध किया तो उपरोक्त सभी लोग प्रार्थी को लात घूसों व डण्डों से मारने पीटने लगे। प्राथर्थी की चीख पुकार पर प्राथी की मी हजरा अपने बेटे को बचाने आयी तो उपरोक्त लोगों ने उन्हें भी जमीन पर गिराकर लात घूसों से मारा पीटा। बाद में प्राथी का भाई बाबू तथा भतीजा सकील बयाने आये तो अख्तरी ने बाबू के पैर में दराती मार दी तथा अनीस ने सकील के पीठ में ईंट फैक कर मार दी जिससे इन लोगों के भी गुम चोटें आयी हैं। बाद में आस पास के लोगों को आता देख उपरोक्त लोग जान से मारने की धमकी देते हुये चले गये। महोदय उपरोक्त लोग आये दिन प्राथी व उसके परिवार का रास्ता रोककर गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देते हैं। उपरोक्त लोग झगड़ालू एवं बदमाश किस्म के हैं।