समुदायिक बैठक में सात सूत्रों को विस्तार से समझाया गिनाए सुलभ शौचालय के फायदे
-डेटॉल से हाथ धोना, सुरक्षित स्वच्छ पेयजल आदि के बारे में जागरुक किया
स्वास्थ्य कल के लिए शौचालय का करें इस्तेमाल : जिला समन्वयक निदा खानम
मथुरा 19 नवंबर 2024।
जनपद मथुरा के ग्राम पंचायत खामिनी में जगरण पहल संस्था की टीम ने विश्व शौचालय दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम के ज़रिए जागरूक किया। रेकिट इंडिया और जागरण पहल के संयुक्त तत्वाधान में संचालित परियोजना" डेटाल बनेगा स्वस्थ इंडिया " डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत बड़े पैमाने पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चल रहे हैं। इसी क्रम में प्राइमरी स्कूल में जाकर कक्षा 3,4,5 के बच्चों में कला प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें बच्चों ने भाग लिया उसमें फूलबानो कक्षा 5 की छात्रा पहले नंबर पर व कक्षा 4की छात्रा यासमीन दूसरे स्थान पर एवं कक्षा 5 की छात्रा तन्वी तीसरे स्थान पर आई।
संस्था जिला समन्वयक निदा खानम द्वारा बच्चों को पुरुस्कार दिया, व बच्चों द्वारा रैली निकालकर सुलभ शौचालय के लिए जागरूक किया। वहीं दूसरी ओर सामुदाय में जाकर सामुदायिक बैठक आयोजित की।
जिला समन्वयक ने बैठक में आए लाभार्थीयों को बताया कि स्वस्थ् कल के लिए शौचालय का इस्तेमाल ज़रूरी है। खुले में शौच करने से संक्रमित बीमारियां पैदा होती हैं। जिससे बचाव के लिए शौचालय का इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है। जागरूकता अभियान के तहत डब्ल्यू. एच.ओ.के सात सूत्रों की विस्तार से जानकारी दी। इसके माध्यम से समुदाय को डायरिया के प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया। उन्होंने लोगों को बताया कि हाथों की डेटॉल साबुन से अच्छी तरह धोएं व डब्ल्यूएचओ के सात सूत्रों को अपनाकर बच्चों को डायरिया से बचाएं।
जिला समन्वयक निदा खानम ने कहा कि जागरण पहल टीम द्वारा शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु व डायरिया से बचाव की जानकारी दी। महिलाओं को दस्त प्रबंधन के बारे में समझाया। डायरिया से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। डेटॉल साबुन से हाथ धोएं, सुरक्षित स्वछ पेजल, सुलभ शौचालय, केवल स्तनपान, टीकाकरण व ज़िंक टेबलेट और ओ आर एस घोल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर हम बचाव को अपनाएंगे तो उपचार तक नहीं पहुंचेंगे। जागरण पहल टीम ने लोगों को डेटॉल साबुन व आईसी मेटेरियल वितरित किया।
गुलाबी दीदी पूजा चौहान ने हाथ धोने के लिए सुमन-के हाथ धोने के प्रयोग बताते हुए एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उलटी तरफ, फिर मुट्ठी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया। व बताया कि हाथ धोकर पोंछे नहीं हाथ धोने के बाद उसे हवा में ही सुखाएं। साथ ही घरों व आसपास सफाई रखने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बार-बार हाथों को 20 सेकेंड तक डेटॉल साबुन और पानी से धोना है।
गुलाबी दीदी शालिनी चौहान ने बताया कि खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, स्तनपान से पहले, मल निपटाने के बाद, शौच के बाद हाथों कचरा निपटान, पालतू जानवरों को छूने व चारा डालने के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में टीम द्वारा डेटॉल साबुन वितरित किए।
कार्यक्रम में प्रधानाध्यापिका रेनू, आंगनवाड़ी मंजूला, आंगनवाड़ी सुषमा व बड़ी संख्या में लाभार्थी मौजूद रहे।