कासगंज।
कासगंज जिले में आयुर्वेद यूनानी कार्यालय बनाने के लिए जमीन की जरूरत है लेकिन जमीन नहीं मिल पा रही। दो साल से जमीन की तलाश हो रही है। अभी तक यह तलाश पूरी नहीं हो सकी है। जिला सृजन के 16 साल बाद भी विभाग का काम एटा जिले से ही चल रहा है।
जिले में 11 आयुर्वेद एवं दो यूनानी अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इनके लिए शासन से आने वाला बजट एटा में आता है। एटा से इस बजट को जिले को उपलब्ध कराया जाता है, इससे जिले में होने वाले कार्यों पर इसका असर पड़ता है। वहीं दवाएं भी एटा में आता में आती है। अस्पतालों के लिए दवा लेने को कर्मियों को एटा जाना पड़ता है। जिले में समय से दवाएं उपलब्ध नहीं हो पाती। शासन से दो साल पहले जिले के लिए आयुर्वेद-यूनानी कार्यालय को जनपद में ही खोलने के लिए मंजूरी दे दी। मंजूरी मिल जाने के बाद जिले में कार्यालय खोलने के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। कार्यालय खोलने के लिए एक बीघा जमीन तलाशी जा रही है, लेकिन अभी तक विभाग के लिए जमीन नहीं मिल पाई है।