जनपद कासगंज,
बीते कई महीनों पहले ऐसा मंजर देखने को मिला था जब किसान बारिश, हवा के प्रकोप से बर्बाद हो गया था , तब किसानों ने बर्बाद हुई धान,बाजरा,मक्का जैसी कई फसलें नष्ट हो गई थी तब किसानों ने सरकार से मुआबजे की मांग की थी।
प्राकृतिक आपदा ने वही बर्बादी का मंजर आज फिर दोहरा दिया । सुबह का समय था वो घनघोर घटायें सभी को डरा रही थी। सबने अपने फसल,मकान, दुकान जैसी चीजों को बचाने के प्रयास में लग गए लेकिन बारिश,ओले,तूफानी हवा का कहर किस किस से बचते , इस कहर से नहीं बचा पाए। और इस आपदा से बर्बादी का शिकार हो गए गेहूं,तम्बाकू,आम,व अन्य प्रकार की फसलों को नष्ट कर डाला। जब इस आपदा का माहौल शांत हुआ तो देखा कि लोगों का काफी नुकसान हो चुका था। बर्बाद लोग सरकार से मुआबजे की मांग करने लगे अब देखना है कि इस आपदा के कारण रोते हुए लोगों के कितने आंशू पौछ पाएगी सरकार।