( मीडिया हाउस )......
जनपद कासगंज में सोरों क्षेत्र के लहरा घाट के निकट लहरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा वाचक ने माता सती, ध्रुव चरत्र की कथा का रसपान कराया। कथा वाचक पंडित चेतराम शर्मा महाराज ने कहा कि कर्दम इंद्रियों का नाम है, इंद्री बस में करते ही देवताओं की उपासना हो जाती है। उन्होंने बताया कि सती ने अपनी पति की निंदा सुनते ही देह त्याग दी थी। स्त्री का सब धर्मों में स्वधर्म सबसे श्रेष्ठ साधक है, श्री गंगा जी प्रेम का प्रतीक है। जमुना रूपी प्रेम अश्रुओं में भी हरि शरण मिलेगी। इस दौरान सूरजपाल सिंह, महेन्द्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, सर्वेश शर्मा, अरुण सक्सेना, सुनील अग्रवाल मौजूद रहे l
रिपोर्ट संजय सिंह कासगंज........