( मीडिया हाउस ).........
जनपद कासगंज के कस्वा अमांपुर में किसान बारिश के लिए लगाए है टिकटकी घान की पौध हुई तैयार। पौध की रोपाई को बारिश का इंतजार। बारिश न होने से धान उत्पादक किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई है। धान की फसल के लिए पानी की काफी जरूरत है। और बारिश का दूर-दूर तक नामोनिशान नहीं। सूखे जैसे इस हालात से किसान काफी चितित हैं। जिन खेतों में किसानों ने जैसे-तैसे पानी भरकर धान की रोपाई की थी, उसमें दरारें पड़ गई हैं। इससे पौधों के सूखकर नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है। वहीं,पानी के अभाव में हजारों हेक्टेयर खेत खाली पड़े हैं, उनमें रोपाई नहीं हो पा रही है। इंद्रदेव की नाराजगी के साथ किसान केशवदेव का कहना है कि अगर जल्द बारिश न हुई तो रोपे गए धान के पौधे सूखने लगेंगे। कुछ किसानों ने पौधों को सूखने से बचाने के लिए डीजल डालकर इंजन से सिचाई भी शुरू कर दी है, लेकिन तेल के दाम आसमान पर होने से खेती की लागत काफी बढ़ जा रही है। ऐसे में कई किसान इंजन से सिचाई करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं। किसान गुड्डों देवी ने बताया कि जून में अत्यधिक बारिश से मेंथा की फसल बर्बाद हो गई और जब खेतों में पानी की सख्त जरूरत है, तब सूखे जैसे हालात हैं। माइनर में पानी न आने से किसानों की चिता दोगुनी हो गई है। प्रशासन की लापरवाही की तरफ इशारा करते हुए वह कहते हैं कि माइनर में झाड़ियां उगी हैं, इससे नहरों में पानी होते हुए भी यह खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
रिपोर्ट संजय सिंह कासगंज........