कोरोना को मात देकर फिर से सेवा में जुटीं* -ड्यूटी के दौरान कोरोना पाजिटिव हो गईं थी डॉ. शेफाली ll - Time TV Network

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कोरोना को मात देकर फिर से सेवा में जुटीं* -ड्यूटी के दौरान कोरोना पाजिटिव हो गईं थी डॉ. शेफाली ll

 ( मीडिया हाउस ).......

जनपद कासगंज में मोहल्ला आवास विकास की रहने वाली संध्या यादव एसटीआई, आरटीआई कॉउंसलर हैं । 30 वर्षीया संध्या को ड्यूटी के दौरान 5 अप्रैल को कोविड-19 का संक्रमण हो गया था, जिससे उन्हें आइसोलेट होना पड़ा। संध्या ने हार नहीं मानी और अपनी हिम्मत और जज्बे से कोरोना को मात देकर जंग जीत ली। अब वह दोबारा से लोगों की ( यौन जनित संक्रमण) कॉउंसलिंग करने में जुट गयीं हैं। 



संध्या बताती हैं कि सीएचसी पर ड्यूटी  के दौरान ही उनको सर्दी, बुखार, ज़ुकाम आदि की शिकायत हुई। इस पर उन्होंने कोरोना की जाँच अशोकनगर अस्पताल में कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई,इसीलिए सुरक्षा के लिहाज से उनकी पूरे परिवार की जांच कराई गई, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामो फैसिलिटी सेंटर चलने को कहा लेकिन और उन्होंने घर पर रहकर ही कोरोना को मात देनी की ठानी। उनके घर में अलग रूम, टॉयलेट वाशरूम की सुविधा थी। उन्होंने होम आईसोलेशन के दौरान उपचार कराया। इस दौरान वह किसी से मिली नहीं और होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना को मात दी। चौदह दिन होम आइसोलेशन में रहने के बाद उनकी दोबारा जांच कराई गई। इस बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। अब वह कोरोना से मुक्त हो गईं थीं। संध्या ने बताया कि बीस दिन में ही उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन कर ली। वह पूरी तरह स्वास्थ्य हैं और ड्यूटी कर रही हैं।


 31वर्षीय डॉ शेफाली फ़ैज़ावाद की रहने वाली हैं वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर पर तैनात हैं । डॉ शेफाली बताती हैं कि ऑफिस में ड्यूटी के दौरान ही उनके साथी कोरोना पॉजिटिव थे इसीलिए उन्होंने 3 अप्रैल को अशोकनगर में अपनी कोविड जाँच कराई  और रिपोर्ट पॉजिटिव थी। डॉ शेफाली ने होमआईसोलेशन में रहकर ही कोरोना को मात देना चाहती थीं । वह बताती हैं कि उन्होंने होम आइसोलेशन के सभी नियमों को निभाया। और अपने छोटे से बच्चे से दूर रहकर कोरोना को मात दी। चौदह दिन में  कोविड जाँच कराई इस बार रिपोर्ट नेगेटिव थी, और ठीक होने के कुछ दिन बाद ही दोवारा ड्यूटी कर रही हैं । उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्हें उनके परिवार और रिश्तेदारों का सहयोग  मिला, उनके रिश्तेदार, घर वाले लगातार फोन कॉल के ज़रिये उनकी खैरियत लेते रहे और उनकी हिम्मत बंधाते रहे।


उन्होंने बताया कि पड़ोसियों की ओर से उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को इस दौरान भेदभाव का भी सामना करना पड़ा लेकिन अपनी हिम्मत के बल पर डॉ. शेफाली फिर से ठीक होने के बाद अपनी भूमिका निभा रहीं  हैं । कोरोना  के प्रति लोगों को जागरुक भी कर रही हैं और सभी लोगो से उन्होंने अपील की है कि कोरोना वैक्सीन ज़रूर लगवाएं। वह  लगातार अपने मरीज़ से सवाल करती हैं कि कोई बीमारी तो नही है, यदि बीमारी है तो अपना चेकअप कराये और डरें नही। वह  इस दौरान सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखती हैं। ड्यूटी से घर लौट कर वह सबसे पहले हाथ धोती हैं और नहा-धोकर कपड़े मास्क सब धोकर परिवार से मिलती हैं । वह समुदाय में कोरोना के बचाव के सन्देश दे रहीं हैं कि मास्क का उपयोग करें। कम से कम बाहर जाएं। सेनिटाइज़र का उपयोग करें। हाथों को समय समय पर साबुन पानी से धोएं। शारीरिक दूरी बनाये रखें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।



रिपोर्ट संजय सिंह कासगंज.........

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