कासगंज में के ए कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर केशव पांडेय ने उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या की थी। इस संबंध में पत्नी की तहरीर पर कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें कालेज के प्राचार्य, हिंदी विभागाध्यक्ष और दो कर्मचारियों को नामजद किया गया है। पत्नी ने स्वजन के माध्यम से तहरीर पुलिस को भेजी है। पुलिस मामले में जांच में जुट गई है।
असिस्टेंट प्रोफेसर केशव पांडेय मूलरूप से वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के गांव कैंथी के रहने वाले थे। वह यहां एके कालेज में हिंदी के प्रवक्ता थे और चित्रगुप्त कालोनी में किराये के मकान में रहे थे। विगत 23 अगस्त को उनका शव अतरौली मार्ग स्थित आम के बाग में कुएं से बरामद हुआ था। उनकी पत्नी ममता पांडेय का कहना था कि 19 अगस्त को रात 11:30 बजे वह घर से लाल रंग की शर्ट और पैंट पहनकर निकले थे। चार दिन बाद कुएं से अंडरवीयर-बनियान में शव बरामद होने पर उन्होंने तभी उनकी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। उनका आरोप था कि पति का कालेज में उत्पीड़न किया जा रहा था। उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती थी और वेतन कटवा दिया जाता था। वह बहुत परेशान रहते थे। मगर, जिन पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही थीं, उन्हें हत्या में शामिल नहीं बता रही थीं। उस दौरान वह अंतिम संस्कार के लिए शव को लेकर बनारस चली गई थीं।
अब दस दिन बाद उन्होंने स्वजन के माध्यम से कोतवाली सदर में स्वजन के माध्यम से तहरीर भेजी है। इसमें उन्होंने कालेज के प्राचार्य एके रुस्तगी, हिंदी विभाग की अध्यक्ष डा. मिथलेश कुमारी, स्टेनो राजेश्वर सिंह और लेखाकार नरेश भारद्वाज को नामजद करते हुए चारों पर पति के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस उत्पीड़न से तंग आकर ही उनके पति ने आत्महत्या की है। कोतवाली सदर प्रभारी निरीक्षक हरिभान सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना के बाद कार्रवाई की जाएगी।
*कासगंज से RK वर्मा की रिपोर्ट*
